
अंबेडकरनगर
हीट स्ट्रोक की चपेट में आकर बड़ी संख्या में मरीज बृहस्पतिवार को जिला अस्पताल की इमरजेंसी में इलाज कराने पहुंचे। मरीजों की संख्या अधिक होने से इमरजेंसी में अफरा-तफरी का माहौल रहा।
आलम यह था कि इमरजेंसी के एक एक बेड पर दो दो मरीजों को भर्ती करना पड़ा।
भीषण गर्मी के बीच बीमारियों के फैलने का सिलसिला भी तेज हो गया है। बृहस्पतिवार को डायरिया से पीड़ित सौ से अधिक मरीज जिला अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचे। इनमें से कई को भर्ती करना पड़ा। आलम यह था कि इमरजेंसी के एक-एक बेड पर दो-दो मरीजों को भर्ती किया गया। इमरजेंसी वार्ड एक बेड संख्या दो पर अकबरपुर नगर के राबीबहाउद्दीनपुर निवासी सगे भाई-बहन शारदा व विष्णुनंद को भर्ती किया गया। यह दोनों डायरिया का शिकार थे।
तहसील क्षेत्र अकबरपुर के हीड़ी पकड़िया गांव निवासी रमेश यादव मार्ग हादसे में घायल होकर इमरजेंसी के वार्ड नंबर तीन के बेड संख्या 14 पर भर्ती थे। बृहस्पतिवार सुबह चिकित्सकों ने उसे स्ट्रेचर से सीटी स्कैन व एक्स-रे जांच के लिए भेजा गया। जांच के बाद जब वह वापस वार्ड में पहुंचे तो उसके बेड पर दूसरा मरीज भर्ती मिला। कुछ देर तक स्ट्रेचर पर रखने के बाद उसे सामान्य वार्ड नंबर तीन में शिफ्ट कर दिया गया।
पड़ोसी जनपद सुल्तानपुर के बयासपुर गांव निवासी जेहरा देवी का बायां हाथ काम नहीं कर रहा था। उसके पुत्र अशोक ने कहा कि उसकी मां को पक्षाघात हुआ है। कुछ देर के इंतजार के बेड मिल सका। इसी प्रकार कई अन्य मरीजों व उनके तीमारदारों को कई प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
—————————
वार्डों में बढ़े मरीज, ओपीडी पहुंची 1100
डायरिया समेत कई प्रकार के संचारी रोगों के बढ़ने का नतीजा है कि वार्डों में भी मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। बृहस्पतिवार को जिला अस्पताल के वार्ड एक में 24, वार्ड दो में 21, वार्ड तीन में 17, वार्ड चार में 16, वार्ड पांच में छह मरीज भर्ती मिले। सभी बेड की क्षमता 30-30 बेड की है। इसके अलावा 10-10 बेड क्षमता वाले एसएनसीयू में आठ, एनआरसी में पांच व बर्न यूनिट में आठ मरीज भर्ती मिले। जिला अस्पताल प्रशासन के अनुसार बृहस्पतिवार को लगभग साढ़े 1100 मरीजों की ओपीडी हुई।
—————————
मरीजों की बढ़ी संख्या
लगातार बढ़ती गर्मी के चलते ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ी है। मरीजों का बेहतर ढंग से इलाज किया जा रहा है। – डॉ. ओमप्रकाश सीएमएस